अमरीका ने गलवान घाटी में भारत और चीन के सैनिकों के बीच सोमवार रात हुई हिंसक झड़प पर पहली बार कोई प्रतिक्रिया दी है.
अमरीका के विदेश मंत्री माइक पोम्पियो ने ट्वीट कर भारत के साथ संवेदना जताई है.
माइक पोम्पियो ने कहा,"हम चीन के साथ हाल में हुए संघर्ष की वजह से हुई मौतों के लिए भारत के लोगों के साथ गहरी संवेदना जताते हैं. हम इन सैनिकों के परिवारों, उनके आत्मीय जनों और समुदायों का स्मरण करेंगे. ऐसे समय जब वो शोक मना रहे हैं ".
हालाँकि भारत और चीन के बीच तनाव के माहौल के बीच अमरीका, चीन के साथ अपने रिश्तों में जमी बर्फ़ को पिघलाने की भी कोशिश में जुटा है.
बुधवार को हवाई में अमरीकी विदेश मंत्री माइक पॉम्पियो ने चीन के शीर्ष राजनयिक यांग जिची के साथ सात घंटे बैठक की. दोनों डिनर पर मिले और सात घंटों तक बात की.
पर्यवेक्षकों का मानना है कि भले सब कुछ ठीक नहीं हो लेकिन भारी तनाव का माहौल हल्का हो सकता है और कोई बीच का रास्ता निकल सकता है.
दोनों देशों के बीच की इस बैठक को इस रूप में भी देखा जा रहा है कि अमरीका और चीन तनाव को बढ़ने नहीं देना चाहते हैं.
चीन ने इस मुलाक़ात को रचनात्मक कहा है.
यांग ने अमरीका से कहा है कि वो हॉन्ग कॉन्ग, ताइवान और शिन्जियांग मामले में कोई दखल ना दे क्योंकि यह उसका आंतरिक मामला है.
पॉम्पियो ने साथ ही कहा कि कोविड-19 महामारी को लेकर चीन सूचना साझा करने के मामले में पूरी पारदर्शिता दिखाए.
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